धरना में बैठने वाले है Indong चाय बागान के निवासी । स्थानीय निवासियों का आरोप है की बहुत दिनों से Indong चाय बागान के बिरसा मुंडा चौक के सामने जो जमीन है उससे जबरदस्ती बागान प्रबंधक द्वारा कब्जा किया जा रहा है , इसकी शिकायत जिला शासक एसपी बीडीओ पीडब्ल्यूडी पुलिस सभी जगह किया है लेकिन अभी तक कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है , इसलिए स्थानीय निवासियों द्वारा धरना में बैठने का निर्णय लिया गया । इसकी जानकारी आज मैटली थाना में दिया गया , साथ ही उत्तर बंगाल चाय श्रमिक संगठन के अध्यक्ष क्रिस्चियन खारिया , मैटेली ब्लॉक सेक्रेटरी बिमल नाग, कैशियर रज्जाक आली , आनंद टोप्पो रोहन करवा, सोहन करवा के साथ और भी प्रतिनिधिगण भी मौके पर मौजूद थे । साथ अखिल भारतीय आदिवासी मुक्ति मोर्चा के प्रतिनिधि हेमंत कुजूर भी मौके पर मौजूद थे । स्थानीय लोग लोगो का कहना है की वे इस जमीन को कब्जा करने किसी भी सूरत पर नहीं देंगे , ओर कल यानी शुक्रवार को धरना पर बैठने वाले है , अगर प्रबंधक बात करना चाहता है तो वे 10 बजे तक का समय दिया है नही तो वे लगातार धरना पर बैठेंगे । जबतक प्रबंधक ...
सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती को मंजूरी दे दी West Bengal: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए केद्रीय बलों की तैनाती को मंजूरी दे दी। नामांकन दाखिल करने के दौरान हिंसा की रिपोर्ट के बाद कलकत्ता उच्च न्यायालय ने राज्य के सात संवेदनशील जिलों में केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया था, जिसके बाद यह फैसला आया। सुप्रीम कोर्ट का फैसला पश्चिम बंगाल सरकार के लिए बड़ा झटका है, जिसने दलील दी थी कि केंद्रीय बलों की तैनाती जरूरी नहीं है. राज्य सरकार ने यह भी कहा था कि वह अपने दम पर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने में सक्षम होगी। हालाँकि, सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया कि पंचायत चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती आवश्यक थी। अदालत ने कहा कि राज्य सरकार का स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में विफल रहने का इतिहास रहा है और केंद्रीय बलों की तैनाती ही यह सुनिश्चित करने का एकमात्र तरीका है कि पंचायत चुनाव हिंसा से प्रभावित न हों। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पश्चिम बंगाल में वि...